ज्योतिष के अनुसार, पृथ्वी पर जन्म लेते ही किसी जातक पर नवग्रहों का असर पड़ना शुरु हो जाता है और ताउम्र उस पर उनका असर बना रहता है, जिसके कारण कभी उसे खुशी तो कभी गम मिलता है. आइए जानते हैं कि बच्चों की कुंडली के बारह खानों में स्थित नवग्रह किस तरह जीवन पर अपना प्रभाव डालते हैं.
बच्चों में किन ग्रहों के प्रभाव से किस तरह की आदतें आती हैं ?
सूर्य के प्रभाव से बच्चे होते हैं तेजस्वी
सूर्य के तेज के बारे में सभी जानते हैं. इस ग्रह को यश प्रदान करने वाला माना गया है. सूर्य को स्वर्ण एवं गेहूं का कारक भी माना जाता है. ज्योतिष की मानें तो जातक की कुंडली में सूर्य की अच्छी या उच्च स्थिति भाग्य को चमकाती है और इसके प्रभाव से बच्चा तेजस्वी होता है.
यह भी पढ़ें- Daan Punya: अपने द्वार से कभी खाली हाथ न भेजें इन लोगों को, भुगतने पड़ेंगे अशुभ परिणाम
चंद्रमा का प्रभाव से बच्चे ज्यादा चंचल होते हैं
जातक पर चंद्रमा के प्रभाव से उसमें चंचलता का वास होता है. माना जाता है कि अगर किसी बच्चे पर चंद्रमा का प्रभाव है तो उनका मन अस्थिर रहता है. साथ ही किसी कार्य को पूरा करने में परेशानियां भी झेलनी पड़ती हैं.
मंगल के प्रभाव से बच्चे उद्दंड होते हैं
जिन बच्चों पर मंगल का प्रभाव होता है, माना जाता है कि वे काफी उद्दंड होते हैं. उन्हें गुस्सा जल्दी आता है. इतना ही नहीं, वे जिद्दी स्वभाव के भी होते हैं. छोटी-छोटी बातों पर तोड़-फोड़ भी शुरू कर देते हैं. ऐसे बच्चे मनमानी तो करते ही हैं, साथ ही ये माता-पिता की बात को अनसुना करके उनसे बहस भी करते हैं. मंगल का प्रभाव बच्चों में क्रोध को बढ़ाता है.
बुध के प्रभाव से बच्चा होता है बहुत चैतन्य
ज्योतिष के अनुसार, जिन बच्चों पर बुध का प्रभाव होता है, वे बहुत चैतन्य होते हैं. आगे चलकर ये कई भाषाओं के ज्ञाता बनते हैं. स्वभाव से यह सरल होते हैं. बिजनेस में ये सफल होते हैं. इनकी उम्र भी लंबी होती है. इनके बातचीत का तरीका काफी प्रभावशाली होता है.
यह भी पढ़ें- न हों निराश, ऐसे बनते हैं अचानक धन प्राप्ति के योग! बारिश की तरह बरसेंगे रुपये-पैसे
बृहस्पति का प्रभाव हो तो बच्चा धार्मिक होता है
बृहस्पति ग्रह के प्रभाव से बच्चे बेहद धार्मिक होता है. पूजा-पाठ के गुण उसमें कूट-कूट कर भरे होते हैं. साथ ही अच्छे संस्कारों के चलते उसकी खूब तारीफ होती है लेकिन अगर इसी ग्रह का कुप्रभाव है तो बच्चे को बढ़े वजन संबंधी परेशानियां भी झेलनी पड़ती हैं.
शुक्र का प्रभाव के बच्चे होते हैं सजने-संवरने के शौकीन
ज्योतिष की मानें तो अगर किसी बच्चे पर शुक्र का प्रभाव है तो वह खुद को काफी मेंटेन रखता है. अपने लुक्स को लेकर काफी सजग रहता है और खुद को हमेशा बना-ठनाकर ही दूसरों के सामने जाता है.
शनि का प्रभाव
माना जाता है कि अगर किसी बच्चे पर शनि का प्रभाव है तो उसे पढ़ाई-लिखाई से संबंधित मुसीबतें झेलनी पड़ती हैं. शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है. वह बच्चों पर बुरा प्रभाव नहीं डालते हैं.
यह भी पढ़ें- घर की सेटिंग में ध्यान रखें वास्तु के ये अहम नियम, हमेशा होगी बरकत
राहु का प्रभाव से कैसे होते हैं बच्चे
ज्योतिष के मुताबिक, किसी बच्चे पर अगर राहु का प्रभाव हो तो बच्चा बेहद शैतान और बिगड़ा होता है. बड़ा होकर वह न केवल गलत खान-पान बल्कि गलत संगति में भी पड़ जाता है.
(Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारियां धार्मिक मान्यताओं-परंपराओं के अनुसार हैं. Readmeloud इनकी पुष्टि नहीं करता है.)
Mangal….🙂👆